रांची
सोमवार को आजसू पार्टी ने अपने प्रदेश कार्यालय समेत झारखंड की सभी 81 विधानसभा क्षेत्रों में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई। रांची स्थित पार्टी मुख्यालय में इस अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया, जिसका विषय था — "आधुनिक भारत में बाबा साहब के विचारों की प्रासंगिकता"।
संगोष्ठी में सामाजिक न्याय, संवैधानिक अधिकारों और समानता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस मौके पर पार्टी के बुद्धिजीवी कार्यकर्ता, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपने विचार साझा किए।
आजसू पार्टी के प्रमुख और झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने विभिन्न स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और सिली के अंबेडकर पार्क में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “बाबा साहब न सिर्फ दलितों या पिछड़ों के नेता थे, बल्कि वे आधुनिक भारत के महान समाज सुधारक और समानता के प्रतीक थे। उन्होंने महिलाओं को समान अधिकार दिलाने और श्रमिकों के हक में भी महत्वपूर्ण संघर्ष किया। समाज की प्रगति का पैमाना वे महिलाओं की स्थिति से तय करते थे।”
रांची में आयोजित संगोष्ठी को पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा,
“बाबा साहब केवल दलितों के मसीहा नहीं, बल्कि समूचे भारत के पुनर्निर्माता थे। उनकी विचारधारा आज भी युवाओं को प्रेरणा देती है।”
उन्होंने कार्यकर्ताओं से प्रदेश हित में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनों ने सामाजिक समरसता और संविधान के मूल्यों की रक्षा का संकल्प लिया। संगोष्ठी का विषय प्रवेश पूर्व पत्रकार एवं आजसू नेता सोनू अग्रहरी ने कराया, जबकि मंच संचालन प्रदेश प्रवक्ता सौरभ समीर ने किया। इस अवसर पर रांची जिला परिषद अध्यक्ष निर्मला भगत, केंद्रीय सचिव और जिला परिषद सदस्य राजेंद्र शाही मुंडा, डॉ. सुधीर यादव, बनमाली मंडल, संजय महतो, ज्ञान सिंह, कामेश्वर प्रधान, पंकज तिवारी, चिंटू मिश्रा, परवाज खान, वीरेंद्र तिवारी, लाल अमरनाथ सहदेव, देवाशीष चट्टोराज, सज्जाद आलम, हकीम अंसारी, सत्येंद्र तिवारी, बबलू महतो, मोहम्मद कैफ, ओम वर्मा, कौशल तिवारी, राजेंद्रकांत महतो, सूरज मिश्रा सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाया।